अगस्त 08, 2016

छत्तीसगढ़ के सुध कोन लेही


       हमर छत्तीसगढ़ ला राज् बने सोलह बछर होगे। सोला बछर में नवा नवा इतिहास लिखागे।
हमर माटी के किसमत तको बदलगे। बढ़िया बढ़िया गाँव में सरपंच, पंच बनिस त गाँव मन के भाग खुलगे। बढ़िया बढ़िया मन्त्री अऊ सरकार बनिस त हमर राज के काया पलटगे। हमर पुरखा के सपना तो आज पूरा होगे।
बड़ सपना देखे रहिस हमर राज बने बिकास करही कहिके। गाँव गाँव में सुराज आही कहिके। आज गाँव गाँव में निमगा सुराज आगे हवे लइका सियान सबो के मन बदलगे हवे। येहा आज के नवा अँजोर के परभाव आय। आँखी में देखबे अपन राज के बिकास ल त खुसी म आँखी ले आँसू आ जथे अऊ अबड़ सुख लगथे। हमर सियान हमर भविस के लइका मन सबो आज बिकास के जगा एक पउवा दारू के मांग करथे। गाँव तीर मन में तो दारू के भट्टी हवे। गाँव गाँव के सरपंच, पंच, सचिव मन के तो पांचो ऊँगली घी में रथे। अरे भई जब चुनाव म हमन दारू पीके अपन ओट डाले हन। फेर अपन हक ला कइसे मांग सकथन। अऊ उहू बपरा मन तो पइसा खरचा करे हवे निकालबे करही। अपन जेब ला भरे बर बने हवे बिकास बर थोड़े। हमर छत्तीसगढ़िया मनखे मन तको बड़ भुलाय हवे फोकट के चाँउर मिलत हवे का के ओला हे चिंता । आज उंकर जाँगर हा अलाल होगे ओला फेर नई देख पावत हवे।

       पढ़ाईया लइका मन के बाते निराला हवे काबर खाय ला मिलत हवे फोकट में। बपरा मन के दाई ददा मन खाना कहा देथे ये दरद ला हमर सरकार देखिस अऊ योजना ला बनाइस। आज पढ़ई ले जादा खाना जरुर हवे घर में तो लइका ला खाना मिलबे नई करय। बर कोउनो बड़ दुःख के बात आय हमर छत्तीसगढ़ीया मनखे ला तो अपन लइका बर मोह नई हवे। तेकर पाय के अपन लइका ला खाना नई खवाय ।  चलव ठीक हवे संगी इसकूल हा अब जिम्मा उठा ले हवे। पढ़ई के संग संग खवइ तको करही। आज तबे लइका मन बड़ होसियार हवे। भारी नालेज हवे फ़ैल तको नई होय। माने ल परही सरकार के योजना ला भई।

        कृषि बिकास म तो सरकार ह हर बछर पुरुसकार पावत हवे। हमर धान के उपज बड़गे हवे। तभे बपरा किसान मन के लागत हा नई छुटावत हवे। काबर आज धान के उपज बड़गे हवे, तभे बेपारी मन मनमरजी खरीदी ला करत हवे। आज धान के रेट गिर सकथे फेर बड़ नई सकय। अरे भई किसान के थोरे बाड़थे जी बेपारी मन के बाड़थे जी काबर उमन पहुँच वाला होथे अऊ टेक्स पताथे।

         बात करे जाय हमर राजधानी सहर के त बिकास के नवा नवा अँजोर लाय हवे, तभे तो भई गाँव ले अपन राजधानी रइपुर जाबे त अइसे लागथे जइसे अपन राज ले दुसर राज में आगेव। अपन आप ला अकेला पाबे। चारो मुड़ा खचाखच भीड़ अऊ फटाफट हिंदी बोलिया। छत्तीसगढ़ी बोलिया कोउनो कोउनो पाबे। रइपुर में छत्तीसगढ़ी बोलथे तेन ला गवाँर देहाती कथे गा बड़ दुःख लागथे। अपन राज के भासा ला अपन सहर नई पुछय। अब हमला कहिबे पट छत्तीसगढ़िया सेर आन सहर रहय या गाँव अपन भाखा में दहाड़े ला नई छोड़न। कतको सिखोले अपन रद्दा में आ जथन, फेर काय करबे सामने वाले ला समझ नई आय त हिंदी म बोले ला परथे।

          रइपुर बड़का सहर हरे दू तीन दिन ले पूरा सहर ला घूम डरेव। अपन छत्तीसगढ़िया मनखे मन के बंगला देखे के चक्कर में। फेर कउनो कउनो छत्तीसगढ़ीया के घर ला बंगला वाले पाबे बाकि सबो बाहिर के आय। अपन राजधानी सहर में जाबे त अइसे लगथे जइसे इहा हमर कोउनो नई हवे।

      हमर सोला बछर के बिकास आज देख डरेन। हमर पुरखा के सपना पूरा होगे दोस काला लगाबो। हमर भाई मन चुप बइठे देखत हवे। हमर नेता मन बिकास के नाम बर कोंदा बउला होगे हवे। देखले हमर छत्तीसगढ़ के नेता मन ला सरकार चलाय के ताकत नई हवे। तभे तो बाहिर के ला सफा राज पाठ दे के चुप बइठे देखत हवे। हमर भाखा के कउनो सुध नई लय न हमर माटी दाई के। जय हो हमर सरकार अऊ हमर राज के महामानव मनके। गोठ बात में सरग ला अमर देथे। फेर अमन राज के बिकास बर चुप हो जथे।

-हेमलाल साहू
ग्राम गिधवा, पोस्ट नगधा
तहसील नवागढ़, जिला बेमेतरा
(छत्तीसगढ़) मो. 9977831273

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