अप्रैल 29, 2015

आवव सुनव जी किस्सा कहानी

आवव सुनव जी किस्सा कहानी,
किसम किसम के बात जानी।

सबो जवाना के आईना दिखाही,
जिन्दगी के सुघ्घर रद्दा बताही।

सच अऊ लबारी के ​परिणाम दिखाही,
लालच—जलन के बरबादी सुनाही।

संगी संगवारी के गोठ गोठियाही,
मितान —मितानी के ताकत बताही।

अच्छाई के रद्दा धराही,
सुखी जिन्दगी के बात ला बताही।

आवव सुनव जी किस्सा कहानी,
किसम किसम के बात जानी।
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माटी दाई के मया, अचरा के हे छाँव।
सुघ्घर ये माटी हवे, माटी माथ नवाव।।

ऊवत बेरा मा जिहाँ, चिरई बोलय चाॅव ।
उहि माटी मा हे बसे, मोरो सुघ्घर गाॅव ।।